Author: डॉ0 वेद प्रताप वैदिक

बैंकों के जरिए लूटपाट

हमारे देश में गजब की लूट-पाट मची हुई है। आम जनता को डाक्टर, वकील और शिक्षा-संस्थाएं तो बेरहमी से लूट ...

अमेरिका हमको बनाए बुद्धू

डेविड कोलमेन हेडली याने दाउद गिलानी। गिलानी, जो कि पाकिस्तानी था, उसने अपना यह अमेरिकी नाम क्यों रख लिया और ...

जनेवि के सिरफिरे छात्रों का इलाज

जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जनेवि) में चल रहा हुड़दंग आजकल इतना खबरों में क्यों है? इसीलिए कि कुछ छात्रों को गिरफ्तार ...

व्यापमं घोटाला: कुछ प्रश्न

मध्यप्रदेश में हुआ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) का घोटाला कोई मामूली घोटाला नहीं है। शायद यह देश का सबसे बड़ा ...

बचाऍं गॉंधी और सावरकर को !

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने वही किया, जो भारत के प्रधानमंत्री को करना चाहिए था| उन्होंने भारत सरकार को उस ...

बेजोड़ मधु लिमये

श्री मधुजी से मेरी पहली भेंट कब हुई, मुझे ठीक से याद नहीं। शायद डाॅ. लोहिया के घर पर। श्री ...

गोमांस और सावरकर

‘गाय हमारी माता है अटलबिहारी खाता है’ मध्यप्रदेश में इस पोस्टर की बड़ी चर्चा है। प्रधानमंत्राी कुपित हैं। कुपित होना ...

भ्रष्टाचार का दैत्य : दलन कैसे ?

तहलका’ मचे तीन सप्ताह बीत गए लेकिन भारत के राजनेताओं के सिर पर जूँ तक नहीं रेंगी| भ्रष्टाचार पर प्रहार ...

बुर्का बनाम बिकिनी : क्यों लगाएं प्रतिबंध

बुर्के के पक्ष में जितने तर्क हो सकते हैं, उससे कहीं ज्यादा उसके विरूद्घ हो सकते हैं लेकिन बुर्के पर ...

वाजपेयी के माथे पर इंदिरा का मुकुट

पोकरण-दो’ भारत की संप्रभुता का शंखनाद है जबकि ‘पोकरण-एक’ उसकी परमाणु क्षमता का उदघोष मात्र् था| वह अजब स्थिति थी ...