पर्यावरण
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18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ): “मिशन लाइफ़”: विशेष पैकेज के अंतर्गत प्रदर्शित की जाने वाली फ़िल्में
18वें मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (एमआईएफएफ) में पर्यावरण से प्रेरित दिखाई जाने वाली फिल्मों के पैकेज के साथ 'मिशन लाइफ' ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2024/06/environment.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
पर्यावरण संबंधी समस्याओं व तेजी से बदलते हुए मौसम में परिवर्तन के प्रभावों पर चर्चा
काठमांडू स्थित डीएवी कॉलेज में सम्पन्न हुई 7वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस - कॉन्फ्रेंस में मेरठ की भागीदारी नेपाल के काठमांडू स्थित ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2023/12/TunnelDrill.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
पहाड़ों पर विकास यानी प्रकृति विनाश को न्यौता
इस वर्ष ऐन दीपावली (12 नवंबर ) के दिन जब पूरा देश इस पावन पर्व के जश्न में डूबा ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/11/diwali-patakha.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
वायु प्रदूषण:एक अनियंत्रित होती समस्या
बीती दीपावली में एक बार फिर पूरे देश में ज़हरीली गैस वातावरण में फैलने का स्तर पहले से कई ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/03/e-kachra.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
पर्यावरण को दूषित करता ई-कचरा
डा. विनोद गुप्ता पर्यावरण को लेकर अभी हमारे देश में पूरी तरह जागरुकता नहीं आई है। प्रदूषण जैसे अहम मुद्दे विकास ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/03/jal-hi-jivan-hai.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
जल से जागरूकता अनवरत जारी
डॉ. मोनिका शर्मा इस बार होली से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में जल संकट को देखते हुये ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/03/veg-food.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
मनुष्य मांस क्यों खाए?
सारी दुनिया में भारत ही ऐसा एकमात्र देश है, जिसमें करोड़ों शाकाहारी लोग रहते हैं। ये शाकाहारी लोग मांस, मछली, ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
प्रकाश प्रदूषण : एक धीमा जहर ?
पाठकगण शीर्षक देखकर चौंकेंगे, लेकिन यह एक हकीकत है कि धीरे-धीरे हम जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण के बाद अब प्रकाश ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
कागज : एक राष्ट्रीय सम्पत्ति
सन २००४ के आम चुनाव भारत के लिये बेहद महत्वपूर्ण साबित हुए हैं, राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/02/food-poisinening.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)