मीडिया

लो आ गया पत्रकारिता का ‘गटर काल’
देश इन दिनों बड़े ही अजीब-ो-ग़रीब दौर से गुज़र रहा है। मुख्यधारा का भारतीय मीडिया जो सत्ता के समक्ष ...
‘भांड गीरी’ पर उतारू भारतीय टी वी चैनल्स
क्रिकेट टी-20 विश्व कप का पिछले दिनों इंग्लैण्ड के 'विश्व विजयी ' होने के साथ समापन हुआ। फ़ाइनल ...
जिद्दी खबरों का आईना
वो भी संघर्ष करती है, मंदिर-मस्जिद की लाइन-सी मशक्कत करती है, वो भी इतिहास के पन्नों में जगह बनाने के ...
भोपाल की मुठभेड़: खोखले तर्कों के तीर
भोपाल की जेल से भागनेवाले आतंकियों को मारकर मप्र की पुलिस ने अनुकरणीय काम किया है। उसने ...
पत्रकारिता : मानक नहीं मान्यता बदलना होगी
तेज गति से चलने वाले जनजीवन में पत्रकारो और पत्रकारिता का महत्व क्षणे-क्षणे कमतर होता जा रहा है, जनसामान्य ना ...
किन्हें नाज है मीडिया पर : पार्ट-2
तो ये सच शरु होता है दिल्ली के एक सितारा होटल में चाय पीते दो पत्रकार और ठीक सामने के ...
सोशल मीडिया पर लोक कुछ यूँ ही अपने दर्द बयाँ कर रहे हैं
बात सेना के बंकर को तोड़ने की नही , बात है सेना के मनोबल को तोड़ने की !!! मेरी समझ से ...
अंधेरे में ‘चौथा स्तंभ ?
देश के स्वयंभू 'लोकतंत्र के चौथे स्तंभ में एक भूचाल सा आया दिखाई दे रहा है। जिस मीडिया से आम ...