Author: डॉ0 वेद प्रताप वैदिक

जिन्ना तो सिर्फ मिस्टर जिन्ना थे

क्या यह जरूरी है कि  मोहम्मद  अली जिन्ना को हम देवता मानें या दानव ! देव और दानव के परे ...

आडवाणी-प्रसंग : आगे क्या?

इस्तीफा तो वापस हो गया लेकिन तीर वापस नहीं हुआ| जिन्ना का तीर संघ के सीने में गहरा घुसा हुआ ...

आडवाणी के तूफान का अर्थ

श्री लालकृष्ण आडवाणी का इस्तीफा मंजूर हो या न हो, रातोंरात उनकी छवि में चार चांद लग गए हैं| पाकिस्तान ...

भारत-इस्राइल मैत्री में छिपी नई विश्व राजनीति

इस्राइल के प्रधानमंत्री एरियल शेरोन की भारत-यात्रा में यहॉं तो कोई विघ्न नहीं हुआ लेकिन वह निर्विध्न भी नहीं रह ...

बलराम जाखड़ होना ही बहुत कुछ है

यारों का यार किसे कहते हैं, यह कोई समझना चाहे तो वह बलरामजी को देखे। आप बलरामजी से दोस्ती कीजिए ...

बोफोर्स : सौदे को भूलें और तोपों को याद करें

भाजपा के ‘इंडिया शाइनिंग’ (चमकता भारत) नारे के मुकाबले कॉंग्रेस को अब ‘राजीव शाइनिंग’ (चमकते राजीव) नारा हाथ आ गया ...

पाकिस्तान में नया धमाका

बम के धमाके से बड़ा है, उसकी चोरी का धमाका ! पाकिस्तान का परमाणु-बम अभी चोरी नहीं हुआ है लेकिन ...

इस्लामी एकता का प्रहसन

इस्लामी सम्मेलन संगठन (ओ आई सी) में 57 राष्ट्र हैं| 57 राष्ट्र जिस अन्तरराष्ट्रीय संगठन के सदस्य हों, वह क्या ...

पाक से क्यों खफा है अफगान

अन्तरराष्ट्रीय मामलों  में जिनकी गहरी रूचि है, उन्हें भी यह समझ नहीं पड़ रहा कि आखिर अफगानों ने काबुल स्थित ...