राजनीति

औद्योगिक घरानों की लड़ाई में मीडिया की ढ़ाल
देश के दो औद्योगिक घरानों जी लिमटिड़ उद्योग और जिन्दल उद्योग में जंग छिड़ी है । जी ग्रुप के दो ...
आम्बेडकर की जीवन दृष्टि और भारत का भविष्य
भीमराव आम्बेडकर के चिन्तन और दृष्टि को समझने के लिये कुछ बिन्दु ध्यान में रखना जरुरी है । सबसे पहले ...
भीम राव आम्बेडकर ,भारत विभाजन और मुस्लिम समस्या
भीम राव आम्बेडकर के देश के मुसलमानों और भारत विभाजन को लेकर जो विचार थे , उनको लेकर अभी भी ...
कालीदास के हाथ में कांग्रेस की कमान
सूरजकुंड में हुए कांग्रेस के संवाद मंथन में राहुल को अहम जिम्मेदारी न सौंपे जाने से इस बात के कयास ...
चीन में सत्ता परिवर्तन और तिब्बत का सवाल
१९४९ में चीन में हुये गृह युद्ध के फलस्वरुप वहाँ की सत्ता पर माओ के नेतृत्व में चीनी साम्यवादी पार्टी ...
क्योंकि देश गुस्से में है…
बेचैनी हर किसी में है। आम आदमी की बैचेनी परेशानी से जुझते हुये है। खास लोगों की बैचेनी सत्ता सुख ...
अरविन्द केजरीवाल : एक योद्धा या एक मोहरा?
जब किसी कम्पनी के सारे उत्पाद एक-एक करके मार्केट में फ़ेल होने लगते हैं और कम्पनी का मार्केट शेयर गिरने ...
असम के दर्द को समझना जरुरी है
असम समस्या को लेकर चर्चा होती रहती है । उसके समाधान के तरीके भी अपने अपने नजरिये से बताये जाते ...
भ्रष्टाचार का महासंग्राम
सौ बार झूठ को भी दोहराओ तो वह भी सच से ज्यादा सच लगने लगता है और सच-झूठ के भेद ...