राजनीति

भोपाल की मुठभेड़: खोखले तर्कों के तीर
भोपाल की जेल से भागनेवाले आतंकियों को मारकर मप्र की पुलिस ने अनुकरणीय काम किया है। उसने ...
मुठभेड़ फर्जी या तर्क फर्जी ?
भोपाल की मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों को लेकर राष्ट्रीय बहस छिड़ गई है। एक-दो प्रमुख राजनीतिक दलों के सिवाय ...
जासूसी कांड का अभियुक्त भाजपा मुस्लिम मंत्री का करीबी था
जासूसी कांड का अभियुक्त भाजपा मुस्लिम मंत्री का करीबी था, शोएब था भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता / मुस्लिम मंत्री को ...
जनता के पैसे पर सत्ता की रईसी
13 लाख 77 हजार करोड़। ये जनता के टैक्स देने वालों का रुपया है। केन्द्र सरकार इसका 40 फिसदी हिस्सा ...
पैसों पर ईमान बेच डाला!
फिल्म-निर्माताओं को ब्लेकमेल करने और उनसे जबरन वसूली का बहुत घटिया उदाहरण हमारे सामने आया है। करण जौहर की फिल्म, ...
”क्षमा छोटन को चाहिए बड़़न को उत्पात”
हिन्दी की एक बहुत प्रसिद्ध कहावत है कि ”क्षमा बडन को चाहिए छोटन को उत्पात” जिसका तात्पर्य ...
न विचार न सिद्धांत: केवल सत्ता महान?
हमारे देश में नेताओं द्वारा सत्ता की लालच में अथवा अपने निजी राजनैतिक लाभ हेतु दल-बदल किए जाने का ...
हिंदुत्व नहीं, थोक वोट पर बहस की जाए
आजकल सर्वोच्च न्यायालय इस मुद्दे पर विचार कर रहा है कि राजनीति में धर्म का इस्तेमाल किया जाए या नहीं? ...
उप्र का भावी मुख्यमंत्री कौन?
उत्तरप्रदेश की राजनीति आजकल यादव-परिवार तक सीमित हो गई है। उसके अंदरुनी विवाद ही उप्र की सबसे बड़ी खबरें बन ...