राजनीति

“जिस दिन वोट पड़ेंगे, उस दिन हम उजड़ जायेंगे”

जिस दिन वोट पड़ेंगे उस दिन हम उजड़ जायेंगे। कोई नेता, कोई मंत्री, कोई अधिकारी इस गांव में झांकने तक ...

सत्ता मोह में हुआ विछोह

स्व. बाल ठाकरे, स्व. प्रमोद महाजन और स्व. गोपीनाथ मुंडे ने शायद ही कल्पना की होगी कि उनके न होने ...

कौन है गठबंधन तोड़ने वाले “खलनायक’ !

कौन नहीं चाहता था गठबंधन । महाराष्ट्र की सियासत में लाख टके का सवाल अब यही हो गया है । ...

जो आज सही है वह 2035 में गलत हो सकता है !

21 बरस गुजर गये। देश ने पांच प्रधानमंत्रियों को देख लिया। और इस दौर में कमोवेश देश के हर राजनीतिक ...

घाटे में रहेगी भाजपा

सन 1980 में महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई थी, तब उसके कर्ताधर्ताओं को ...

जम्मू कश्मीर में बिछ रही चुनावी बिसात और भाजपा का +44 मिशन

जम्मू कश्मीर की वर्तमान विधान सभा के चुनाव २००८ में हुये थे । इसलिये क़ायदे से उसके चुनाव २०१३ में ...

  हिन्दी को लेकर उठते सवाल

हिन्दी दिवस एक बार आकर फिर दहलीज़ पर खड़ा है । सितम्बर की चौदह तारीख़ इसके आने के लिये सरकारी ...

भ्रष्टाचार के सत्ताधारी नैक्सेस को कौन तोड़ेगा

एक लाख 70 हजार करोड़ का 2 जी घोटाला और 1लाख 86 हजार करोड़ के कोयला घोटाले ने मनमोहन सरकार ...

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की इस हालत का ज़िम्मेदार कौन है

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को मालेगांव बम विस्फोट मामले में सरकार ने तब गिरफ़्तार किया था जब सरकार ने नीति ...

सांप्रदायिकता पर सियासी संवेदनशीलता के क्या कहने

लोकसभा चुनाव से पहले और लोकसभा चुनाव के बाद के हालात बताते है कि साप्रदायिक हिंसा चुनावी राजनीति के लिये ...