Author: डॉ. शशि तिवारी

राजनीति बनी धंधा

  इस लेख को लिखने का मकसद केवल और केवल मतदाताओं को जागरूक करना हैं। जीवन की गाड़ी को चलाने के ...

राजनीतिक नक्सलवाद

वाद और प्रतिवाद के बीच कई प्रकार के वादों का न केवल जन्म हुआ बल्कि इन्हें राजनीति की विषैली हवाओं ...

सठ संग विनय कुटिल संग प्रीति

मूर्ख या मूर्ख के समान व्यवहार करने वाले व्यक्ति, समूह, संगठन या देश के लिए विनम्र, नम्रता, अनुरोध का कोई ...

भ्रष्टाचार का महासंग्राम

सौ बार झूठ को भी दोहराओ तो वह भी सच से ज्यादा सच लगने लगता है और सच-झूठ के भेद ...

नेता मस्त, जनता त्रस्त

  गॉंधी कहा करते थे मैं अंग्रेजों के विरूद्ध नहीं  हूं लेकिन गुलामी, अत्याचार, शोषण, असमानता, लूट-खसोट के विरूद्ध हूं। इन ...

स्त्री का दरकता दर्जा

इतिहास गवाह है कि स्त्रियों के साथ हमेशा से दोयम दर्जे का व्यवहार ही होता आया है फिर बात चाहे ...

मन लगा यार अमीरी में

जब तक इस देश में गरीबी है तब तक ही अमीरी भी है। हकीकत में अमीरों का अस्तित्व गरीबों की ...

भारत की अखण्डता पर चोट करती वोट नीति

धर्म के आधार पर हिन्दुस्तान, भारत और पाकिस्तान के रूप में देश विभाजन की भीषण त्रासदी को पहले ही झेल ...

विषवमन करते लेखक

  भारत का संविधान, अनुच्छेद 19, भारत के प्रत्येक नागरिक को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है निःसंदेह यह अनमोल तोहफा है। ...

भारत को डसता आरक्षण का नाग

संविधान निर्माता बाबा भीमराव अम्बेडकर ने सपने में भी कभी नहीं सोचा होगा जिस दलित पिछडे, दबे-कुचलों के लिए जीवन ...