Author: डॉ. शशि तिवारी
लेखिका सूचना मंत्र पत्रिका की संपादक हेैं
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नमो गगन के तले
व्यक्तित्व मन, वचन कर्म का प्रतिफल होता है, इसका विकास एक लम्बे समय के पश्चात् होता है। कठोर परिश्रम ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/08/pok.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
गहरी चाल: शह और मात
समय, स्थिति, परिस्थिति के अनुसार ही नीति का निर्धारण होता है, नीति होती ही है काम चलाऊ, जबकि सिद्धांत ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/08/saman-nagrik-sanhita.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
असमानता में समानता कॉमन सिविल कोड
डॉ.शशि तिवारी यूनीफार्म सिविल कोड अर्थात समान नागरिक संहित अर्थात देश के प्रत्येक नागरिक के लिए एक समान कोड जिसमें शादी ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
भारत में दरबदर होता कश्मीरी पण्डित
भारत ’’सर्वे भवन्तु सुखनः एवं वसुधैव कुटुंबकम’’ की भावना को लेकर चलता है। लेकिन देश में शैतानी शक्तियों का बढ़ता ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
जात न पात, हो बेदाग
(राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में) संविधान अपने आप में अद्वितीय है, लेकिन निहितार्थ की राजनीति के चलते सभी राजनीतिक दल संविधान ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
सौदागर
भारत में दीपावली एवं होली को बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाता है दोनों के ही मूल में अंधकार ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
गिरता चरित्र बढ़ती निर्लज्जता
‘‘मन चंगा तो कठोती में गंगा’’ दुनिया में सारा खेल मन से ही चलता है। मन से ही दुनिया, मन ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)
मस्जिद जागीर नहीं किसी की
ये दुनिया बड़ी रंग-बिरंगी है, मोह-माया के इर्द-गिर्द जीवन शुरू हो अंत तक भटकता ही रहता है। जब अंत समय ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/02/modi-gandhi-yug.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)