राजनीति

दादागिरी: मनमानी करने की

जिस देश में भ्रष्टाचार को ले ऐतिहासिक आन्दोलन चल रहा हो, केन्द्र सरकार की भद्द पिट रही हो, केन्द्र के ...

सियासी बिसात कैसे बिछी अन्ना के लिये

जनलोकपाल के जनतंत्र से हारा संसदीय लोकतंत्र   जनलोकपाल की लड़ाई क्या ऐसे मोड पर आ गई है, जहां कांग्रेस को अब ...

          भ्रष्टाचार – मुझे कैसे भगाओगे

व्यंग्य-कड़वा सच   मानव शुरू से ही लालची रहा है। लालच एक स्वभाविक प्रक्रिया है। यह लालच कई सूक्ष्य रूपों में रहता ...

क्या हम दासता के बंधन से मुक्त हैं?

    आजादी एक जन्म के समान हैं। जब तक हम पूर्ण स्वतंत्र नहीं हैं तब तक हम दास हैं।- महात्मा गांधी   भारत ...

नैतिकता बची नहीं, भलमनसाहत जाती रही

कहने को तो स्वतंत्र हुए हम 64 बसंत देख चुके हैं लेकिन जब भी जालिम अंग्रेजों का ख्याल आता है ...

गायब हो जाने दो, बच्चा है!

अपने बच्चे को चहकते देख हर मां-बाप का मन गदगद हो जाता है। जरा सोचिये, जब यही मासूम दुनिया समझने ...

येदियुरप्पा के पीछे बीजेपी का सत्ता संघर्ष

10 महीने पहले बीजेपी अध्यक्ष नीतिन गडकरी ने ही येदियुरप्पा की कुर्सी बचायी थी तो क्या दस महीने बाद गडकरी ...

भ्रष्टाचार लाइलाज नहीं!

जब तक है काजल की कोठरी तब तक है दर्पण का डर, और आईना कभी झूठ नहीं बोलता। कहते भी ...

स्मृति इरानी को मोदी ने माफ किया, राज्यसभा का टिकट दिया

अब आप और हम पैरोड़ी में यह कह सकते हैं कि ‘मैं तुलसी तेरी राज्यसभा की’। छोटे परदे पर गुजराती ...

मालदार मारन को मार गया मीडिया

पहले तहलका। उसके बाद इकोनॉमिक टाइम्स। उनके साथ पूरे देश का मीडिया। फिर सीबीआई। और अब इस देश में सबकी ...