दबंग भूमाफियाओं से जमीन छुड़ाने के लिए प्रधानमंत्री से शिकायत

मड़ियाहूं, जौनपुर, उप्र (ऑनलाइन डेस्क)। दबंग भूमाफियाओं से जमीन छुड़ाने के लिए प्रधानमंत्री से शिकायत हो गई ये शिकायत ग्रॉम बरेठी, जिला जौनपुर, उप्र के समाजसेवी व क्षेत्रीय भाजपा नेता चंद्र शेखर सिंह ने किया है। ज्ञात हो कि 07-11-2022  को जिला : जौनपुर, तहसील मडियाहूं, उप्र स्थित ग्रॉम: चक इंग्लिश मोहम्मद हनीफ में स्थित अराजी संख्या : 79 का

शंभू प्रजापति का लिखा पत्र पंचायत भवन के लिए             : अराजी संख्या 79 नक्शा
 

सीमांकन लेखपाल शंभू प्रजापति द्वाराा ग्रॉम पंचायत भवन के लिए चिह्नित किया गया जो अत्यंत उपयुक्त था, किंतु 22-11-2022 को लगभग पन्द्रह दिन बाद कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिली-भगत से  गॉंव के दबंग भूमाफिया को ट्रैक्टर से जुतवाकर उपरोक्त अराजी संख्या की जमीन को कब्जा  करा दिया गया जिसकी अराजी पिच रोड पर कीमत लगभग पचास लाख के लगभग है, ऐसा नेता चन्द्र शेखर का कहना है। उपरोक्त अराजी की जमीन को दबंग भूमाफिया से छुडवाने, उनके उपर कठोर कार्यवाही करवाने के संदर्भ में वे प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी तक से शिकायत कर दिया। ज्ञात रहे उपरोक्त पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय से होता हुआ मुख्यमंत्री कार्यालय, उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सचिव भास्कर पांडे के पास वर्तमान में पहुंच गई है।

प्रधानमंत्री को दिनांक : 30-11-2022 को दिये गये शिकायत में चंद्र शेखर ने कहा कि 22/11/२२  का मामला बरेठी, बरसठी जौनपुर का है जहां नरेंद्र कुमार व महेंद्र पुत्र जगमोहन द्वारा दोपहर करीब बारह बजे कुछ साथियों के साथ ट्रैक्टर लेकर आये और बंजर भूमि आराजी संख्या 79 व चक मार्ग आराजी संख्या 83 को जोतकर कब्जा कर लिया गया तुरंत संज्ञान में लेकर वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझा जिससे गाँव के प्रधान उमाशंकर यादव कैलाश व हल्का लेखपाल शम्भू प्रजापति को फोन द्वारा सूचना दिया तत्पश्चात उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री जी के पोर्टल पर भी अवगत कराया लेकिन आज 29/11/22  तक कोई कार्यवाही नहीं हुई दबंगों पर जिससे गाँव के दबंगों का हौसला बुलंद हो गया है। ज्ञात हो कि कब्जा किया गया आराजी स्थित गाँव चक इंग्लिश मोहम्मद हनीफ में स्थित है।

                                                                          : समाजसेवी व नेता चंद्रशेखर सिंह
 

आगे समाजसेवी सिंह ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के सरकार में जहाँ भूमाफियाओं पर बुल्डोजर चल रहा है वही उनके गाँव में दबंगों, भूमाफियाओं का बोलबाला है। हल्का लेखपाल शम्भू प्रजापति ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी नही समझी और आज तक कोई कार्यवाही नहीं की जिससे यही लगता है कि लेखपाल उपरोक्त दबंग भूमाफियाओं से मिल गया है, इस प्रकार के घटना में अभी यही लेखपाल शम्भू प्रजापति यही आराजी संख्या 79 को पंचायत भवन के लिए उपयुक्त प्रस्ताव बनाया था और खण्ड विकास अधिकारी बरसठी को दिया था पुनः दबंगों द्वारा किया गया कब्जा सहयोग नहीं है तो क्या है सरकार अपने भवन का निर्माण के लिए जगह खोज रही है और लेखपाल शम्भू प्रजापति दबंगों द्वारा कब्जा करवाने में लगा है।

चंद्रशेखर ने हल्का लेखपाल पर आक्रोशित होते हुए प्रधानमंत्री से अपने पत्र में आगे कहा कि महोदय, हल्का लेखपाल शम्भू प्रजापति पूरी तरह दबंग भूमाफिया से मिल गया है, अत:उसे  हटा कर किसी सक्षम अधिकारी के नेतृत्व में दबंगों द्वारा किया गया कब्जा को खाली करवाने तथा बंजर भूमि आराजी संख्या 79 चक मार्ग आराजी संख्या 83 को तत्काल एसडीएम के नेतृत्व में पैमाइश हो किंतु इससे पूर्व एसडीएम वहां एक बार स्वयं आकर जांच करें।

आगे श्रीसिंह ने प्रधानमंत्री से कहा कि दबंगों द्वारा किया गया कब्जा को खाली करवाकर तथा बंजर भूमि आराजी संख्या 79 चक मार्ग आराजी संख्या 83 पंचायत भवन के लिए उपयुक्त है अत: उसे जनहित में आवंटित करवाई जाए।

समाजसेवी व नेता चंद्रशेखर सिंह ने अंत में दबंग भूमाफियाओं के आतंक के बारे में प्रधानमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि उपरोक्त दबंग अपने घर के सामने दूसरे के घर कब्जा किया, फिर घर के  सामने की जमीन कब्जा किया, और अब सड़क से दूसरे तरफ की जमीन कब्जा कर रहे हैं और उनके साथ ऐसे दबंगों का सहयोग जिसका लोग डर से नाम नहीं लेते हैं।

उन्होने अपने प्राण का भय बताते हुए प्रधानमंत्री जी से कहा कि मैं अपने जान पर खेलकर उपरोक्त दबंग भूमाफियाओं से लड़ रहा हूं यदि मेरे साथ कोई अनहोनी होती है तो उपरोक्त दबंग भूमाफिया  नरेंद्र कुमार व महेंद्र पुत्र जगमोहन जिम्मेदार होंगे।

                                                                               लेखपाल शंभू प्रजापति

उपरोक्त मामले पर जब क्षेत्र के लेखपाल शंभू प्रजापति को फोन किया गया तो उसने न तो फोन ही उठाया और न ही ह्वाट्सअप पर कोई उत्तर दिया। चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि उपरोक्त लेखपाल खुलेआम कहता फिरता है कि अपनी लेखपाली वाली नौकरी मैं खूंटी पर टांग कर चलता हूं, शंभू दबंग भूमाफियाओं से मिल गया है।

                                                                            : गिरिजेश सिंह

वहीं, उपरोक्त गॉंव के गिरिजेश सिंह का कहना है कि प्रशासन को ग्राम पंचायत की भूमि के लिए मिली जगह की पूरी तरह रक्षा करनी चाहिए और दबंगों के साथ कड़ाई से पेश होना चाहिए वर्ना इनका मनोबल अधिक बढ़ जाने से गॉंव आस-पास के लोगों को इसका खामियाजा भुगतना होगा।

(विवादित भूमि की तस्वीर, शंभू लेखपाल का पत्र, अराजी नक्शा चंद्रशेखर सिंह द्वारा ह्वाट्सअप से साभार मिला है)