दलों के बोल

राजनैतिक दलों को तोड़ती विरासत की दावेदारी
राजनैतिक विरासत की दावेदारी को लेकर पारिवारिक घमासान की ख़बरें तो स्वतंत्रता के बाद ही उसी समय आनी शुरू ...
समान नागरिक संहिता के पक्ष में खड़ा है देश
देश में लंबे समय से तुष्टीकरण की राजनीति के चलते समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर कुछ राजनीतिक दल ...
नेताओं की बदजुबानी कैसे रूके?
सर्वोच्च न्यायालय ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुनाया है कि कोई मंत्री यदि आपत्तिजनक बयान दे दे तो क्या ...
केजरीवाल अब अपनी सत्ता विस्तार के प्रयासों में काफ़ी भ्रमित दिखाई देने लगे हैं
हिन्दुत्ववाद की राजनीति में भाजपा से प्रतिस्पर्धा आसान नहीं जिस दौर में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को मुसलमानों का ...
कल तक जो ख़ुद ‘ग़ुलाम ‘ थे,आज़ाद हो गये
ग़ुलाम नबी आज़ाद का कांग्रेस को अलविदा कहना कोई अप्रत्याशित नहीं है। इसका आभास तो तभी होने लगा था ...
तेजस्वी यादव की नई आचार-संहिता
तेजस्वी यादव की नई पहल बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने दल के मंत्रियों के लिए एक नई आचार-संहिता जारी ...
चिंतन शिविर या चिंता-शिविर?
उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन-शिविर आयोजित किया जा रहा है। सबसे आश्चर्य तो मुझे यह जानकर हुआ कि इस जमावड़े ...
‘कमलनाथ’ शरणम् गच्छामि
सत्ता और संघर्ष का चोली दामन का साथ है। इस समय जब देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल को बीते ...
नेहरू-गाँधी परिवार का नेतृत्व नहीं बल्कि सत्ता से वनवास है असल समस्या
पिछले दिनों देश के पांच राज्यों में हुये विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अनअपेक्षित प्रदर्शन के बाद पार्टी में ...