भ्रष्ट थानाध्यक्ष, सीओ के तबादले से जनता ने राहत की सांस ली

रविन्द्र कुमारा द्विवेदी की कलम से

रसठी,(जौनपुर, उप्र)। जौनपुर जिला के अंर्तगत थाना बरसठी में एक थानाध्यक्ष जिसका नाम राम सरीख गौतम (Corrupt Sho Ram Sarikh Gautam: पीएनओ संख्या:960600467) था व मड़ियाहूं सीओ संत प्रसाद उपाध्याय का तबादला हो जाने से वहां की जनता ने राहत की सांस लिया है, सनद रहे कि राम सरीख गौतम बरसठी का एक भ्रष्ट थानाध्यक्ष था, उपरोक्त थानाध्यक्ष से  बरसठी की जनता एकदम परेशान हो गई थी। और तो और राम सरीख बिना रिश्वत लिए किसी का काम नहीं करता था, उसने एक थाना का ही भ्रष्ट सिपाही हमराही बलवंत (पीएनओ नंबर : 112501277  मोबाइल नंबर: 7376875008) के माध्यम से परियत के एक भूमाफिया से सांठगाठ कर भारी मात्रा में रिश्वत लिए, मड़ियाहूं के एसडीएम के कहने पर भी कानून का पालन नहीं कराता था चाहे आप मुख्यमंत्री को भी शिकायत कर दीजिए वहां भी गुमराह करने वाला रिपोर्ट लगवा देता था, क्षेत्र में चोरों, डकैतों और भूमाफियाओं का बोलबाला हो गया था जिसे रोकने में वह पूरी तरह असमर्थ हो गया था।

बरसठी क्षेत्र में डकैती बढ़ती जा रही थी वहीं जनता से लेकर व्यापारियों में दहशत का माहौल रहता था। थानाध्यक्ष राम सरीख गौतम का सर्वेसर्वा बलवंत नाम के एक पुलिस जो लेन—देन में बहुत बहुत माहिर है और जहां क्षेत्र में कोई बड़ा कांड होता है उसका कहीं न कहीं हाथ अवश्य रहता है, के साथ हमजोली में मस्त थे क्योंकि थोड़े से पैसे के लालच में एसएचओ बरसठी ने सिपाही बलवंत  पूरे बरसठी थाना का सर्वेसर्वा बनाकर अपने पैर पर स्वयं कुल्हाड़ी मार लिया था, जिससे उनकी और पूर्व थानाध्यक्ष श्याम दास वर्मा की बड़ी दुर्गति हुई थी, वहीं बहुत बेज्जत होकर रामसरीख गौतम बरसठी से भगाया गया। और तो और, बरसठी क्षेत्र की जनता  सिपाही बलवंत से बहुत घृणा करती है क्योंकि वो बहुत अकड़ दिखाने, धमकाने, गलत रिपोर्ट लगवाने में माहिर है और बहुत दिन यहां रहकर सब कुछ उसे पता हो गया है, बलवंत ने बरसठी क्षेत्र की जनता को खूब लूटा है और उपरी पहुंच के कारण बरसठी थाना में अब भी बना हुआ है।

ग्राम परियत के भूमाफिया सुरेश चंद्र गुप्ता से पूर्व बरसठी थानाध्यक्ष राम सरीख गौतम (Corrupt Sho Ram Sarikh Gautam: पीएनओ संख्या:960600467) की गुप्त सांठगाठ बहुत आत्मघाती कदम था

ग्राम परियत में एक भूमाफिया जिसका नाम सुरेश चंद्र गुप्ता है जिसने दो कुंआ को अपने कब्जे में कर लिया है एक तालाब को अपने साथियों के साथ मिलकर पूरी तरह पटवा दिया, का साथ देना मंहगा पड़ा। क्योंकि उपरोक्त भू​माफिया अपने घर के पीछे करीब सौ साल पुराने रास्ते को कब्जा करना चाहता है उसके लिए बलवंत एसएचओ रामसरीख गौतम के बीच एक विचौलिया का काम कर रहा था, उपरोक्त थानाध्यक्ष ने खूब पैसा लूटा और पूरी तरह भूमाफिया का साथ दिया। जिसके कारण परियत ग्राम की राजकुमारी पत्नी  डाक्टर रमाकांत गुप्ता ने बरसठी थानाध्यक्ष राम सरीख गौतम की लखनऊ से लेकर दिल्ली तक न केवल शिकायत करवाई बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उसे बेनकाब करवाया।

आरएसएस कार्यकर्ता भरत तिवारी को मारने से जनता में गुस्सा का एक उबाल आया

संघ कार्यकर्ता भरत तिवारी और उसके घर की महिलाओं के साथ मार—पीट और र्दुव्यवहार के कारण जनता बहुत आग बबूला हो गई और पूरी तरह रामपुर जाने वाली स​ड़क को जाम कर मचाया बवाल, उपरोक्त प्रकरण में बरसठी थानाध्यक्ष स्वयं ही जांच करवाकर लीपापोती करवाया जबकि तिवारी ने सही शिकायत किया था और वहां अवैध बूचड़खाना बिना लाइसेंस के व किसी भी तरह के सरकारी मानदंडों पर खरा नहीं उतरता था, चल रहा था जहां से बलवंत नाम का सिपाही भारी वसूली करता था।

छोटे मियां तो ​छोटे मिया बड़े मियां भी शुभानअल्लाह

अभी कुछ सप्ताह पूर्व मड़ियाहूं के सीओ संत प्रसाद उपाध्याय का तबादला हो गया। जब से सीओ उपाध्याय जी आए पूरे क्षेत्र में अंधेरगर्दी मचा कर रख दिया था। एक बार पूर्व बरसठी थानाध्यक्ष श्याम दास वर्मा के साथ भाजपा के किसी क्षेत्रीय नेता के घर में जबरन घुसकर तोड़फोड़ किया और उसकी पत्नी के साथ श्यामदास वर्मा ने इव टीजिंग किया, ऐसा आरोप उसकी पत्नी ने लगाया।

दूसरी बड़ी बात कि संत प्रसाद उपाध्याय को थोड़ी सी रिश्वत मिल जाती थी तो वो राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तक को गलत और गुमराह करने वाली रिपोर्ट लगा देता था, इसमें सीओ साहब को पूरी तरह महारत हासिल थी।

जाते-जाते संत प्रसाद उपाध्याय एक रिपोर्ट पहले से ही गलत बना था जिसके कारण बहुत बवाल हुआ था उसे फिर वही रिपोर्ट तैयार करवा दिया था और जैसे ही नए सीओ आए, उनके नाम से वो रिपोर्ट लगवा दिया गया जिससे पता चलता है कि संत प्रसाद उपाध्याय कितना शातिर और दूसरो को फंसाने में सिद्धहस्थ था।

(ये लेखक के अपने विचार हैं, आवश्यक नहीं भारत वार्ता इससे सहमत हो, किसी भी वाद-विवाद के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय मान्य होगा)