Author: निर्मल रानी

धर्म का ‘केंचुल’ लपेटे वासना के भूखे भेडिय़े

                दुनिया के कई देश भारतवर्ष को विश्व की उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति के रूप में आंकते हैं तो कई ...

     क्या यही है ‘सबका साथ-सबका विकास’ की परिभाषा?

                प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की जनता के मध्य बार-बार दिया जाने वाला नारा-‘सबका साथ सबका विकास’ निश्चित रूप ...

जनता का सरोकार योजनाओं से कम, चुनावी वादों से अधिक

                देश की जनता को सब्ज़ बा$ग दिखाकर व यूपीए सरकार की नाकामियों की पीठ पर सवार होकर केंद्रीय सत्ता ...

कन्हैया पर हो रहे हमलों का औचित्य ?

                दिल्ली के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार का नाम देश ...

‘कृषि प्रधान देश  में गहराता जल संकट

                 हालांकि हमारे देश के कुछ राज्यों के कुछ इलाके सूखे जैसी प्राकृतिक विपदा का सामना हमेशा से ही करते ...

शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने के दुष्प्रयास

देश की राजधानी दिल्ली का प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वविद्यालय एक बार फिर दक्षिणपंथी सोच रखने वाले नेताओं की आंखों की किरकिरी ...

 फिर आपातकाल की दस्तक  ?

केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी जो देश में पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ...

राजनीति के आइने में रामदेव

बाबा रामदेव क्या नैतिकता के आधार पर इस योग्य हैं कि देश की जनता उनकी बातों को ध्यान से सुने ...

शैतान बन गया संतान

आईपीएल क्रिकेट मैच फिक्सिंग कांड इन दिनों मीडिया में भरपूर सुर्खियां बटोर रहा है। हालांकि क्रिकेट जैसे सबसे अधिक लोकप्रिय ...

दूध ढूंढते रह जाओगे!

भले ही सर्फ एक्सेल की सफेदी का ऐसा चमत्कार हो कि दाग ढूढने के लिए कोई कम्पटीशन भी करना पड़े ...