Author: निर्मल रानी

अंबाला की रहनेवाली निर्मल रानी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट हैं, पिछले पंद्रह सालों से विभिन्न अखबारों, पत्र-पत्रिकाओं में स्वतंत्र पत्रकार एवं टिप्पणीकार के रूप में कार्य कर रही हैं ।

भ्रष्टाचार व कुप्रबंधन के चलते बारिश में डूबता हमारा देश
भीषण गर्मी से त्राहिमाम कर रहे पश्चिमी उत्तर भारत लोगों ने मानसून की आमद से निश्चित रूप से काफ़ी ...
टीकाकरण अभियान की सार्थकता को संदिग्ध करते ये विशिष्टजन
कोरोना की पहली लहर के दौरान सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देश अमेरिका से गत 14 मई को ...
बंगाल चुनाव और ‘महिला सशक्तीकरण’ के दावे ?
वैसे तो देश के असम ,केरल,पुदुचेरी,तमिलनाडु तथा पश्चिम बंगाल जैसे पांच राज्यों में ताज़ातरीन विधान सभा चुनाव संपन्न हुए। ...
सुविधा के लिए जनता पर शुल्क तो असुविधा के लिए सरकार पर जुर्माना क्यों नहीं ?
सरकार द्वारा देश के सभी राज्यों में जनता को जो भी सुविधाएँ मुहैया कराई जाती हैं कमोबेश प्रत्येक सुविधाओं ...
समाज के नैतिक पतन का प्रतीक है यौन शोषण की बढ़ती घटनाएं
संस्कार,संस्कृति,चरित्र और सदाचार की बढ़ चढ़ कर बातें करने वाले भारत वर्ष में लड़कियों के यौन शोषण ...
जनमत का अपमान करते ये “थाली के बैंगन “
राजस्थान की राजनीति में गत दिनों एक बार फिर स्वार्थी व सत्ता की घोर चाहत रखने वाली राजनीति का ...
उचित नहीं धार्मिक विषयों का राजनीतिकरण
हमारे देश में राजनेताओं द्वारा लोकलुभावन राजनीति किए जाने की शैली ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है ...
बड़े नोटों पर प्रतिबंध परंतु आटा 25 रुपये किलो?
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पांच सौ तथा एक हज़ार रुपये की नोट का प्रचलन बंद किए ...
वायु प्रदूषण:एक अनियंत्रित होती समस्या
बीती दीपावली में एक बार फिर पूरे देश में ज़हरीली गैस वातावरण में फैलने का स्तर पहले से कई ...