Author: निर्मल रानी

शीत लहरी में समस्या बनते ‘धुआं,धुंध और धूल’

     साधन संपन्न लोगों के लिये बेशक सर्दी का मौसम प्रकृति प्रदत्त एक अनमोल सौगात है। क्योंकि वे अपनी ...

मरती संवेदनायें – दम तोड़ते रिश्ते

    बात 1998 की है। चंडीगढ़ में पी जी आई के मुख्य द्वार के बाहर एक अति वृद्ध बुज़ुर्ग फ़ुटपाथ ...

खेल में सिर्फ़ जीत ही नहीं होती

     विश्व कप क्रिकेट का फ़ाइनल मैच पिछले दिनों अहमदाबाद में भारत व ऑस्ट्रेलिया के मध्य खेला गया। इसमें ऑस्ट्रेलिया ...

नारी स्मिता – सवाल भरोसे का ?

     दुनिया के अन्य देशों की तुलना में हमारे देश में नारी स्मिता व सम्मान की सबसे अधिक दुहाई ...

आवारा पशुओं का बढ़ता आतंक : जनता त्रस्त-सरकारें मौन

     हमारे देश का सत्ता नेतृत्व देश के आमजन की सुरक्षा की चाहे जितनी बातें करे ,अपनी तुलना स्वयंभू रूप ...

मिलावटख़ोरी देश के लिये कलंक

      वैसे तो जब भी भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहार क़रीब आते हैं उस समय खाद्य सामग्री ...

ख़ास लोगों की बनती जा रही आम जन की ट्रेन ?     

      नवरात्रि के अवसर पर पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली रैपिड रेल सेवा का उद्घाटन किया। ...

मुंबई – गोवा महामार्ग पर जानलेवा गड्ढों का साम्राज्य

     जब कभी स्थानीय मार्गों,महामार्गों या राज मार्गों पर गड्ढों की या उनके क्षतिग्रस्त होने की बात होती थी ...

भ्रष्टाचार को उजागर करते बाढ़ के बाद के दृश्य

      प्रकृति ने पिछले दिनों हुई बेतहाशा बारिश पर लगाम लगा तो ज़रूर दी है परन्तु बाढ़ व ...

राजनैतिक दलों को तोड़ती विरासत की दावेदारी

     राजनैतिक विरासत की दावेदारी को लेकर पारिवारिक घमासान की ख़बरें तो स्वतंत्रता के बाद ही उसी समय आनी शुरू ...