हो बेदाग

जात न पात, हो बेदाग

(राष्ट्रपति चुनाव के संदर्भ में) संविधान अपने आप में अद्वितीय है, लेकिन निहितार्थ की राजनीति के चलते सभी राजनीतिक दल संविधान ...