विकसित जम्मू-कश्मीर, विकसित भारत की प्राथमिकता-नरेन्द्र मोदी

    जम्मू-कश्मीर कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का संबोधन

   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकसित जम्मू-कश्मीर, विकसित भारत की प्राथमिकता है। एक जमाना था जब देश में जो कानून लागू होते थे, वो जम्मू-कश्मीर में नहीं लागू हो पाते थे। एक जमाना था जब गरीब कल्याण की योजनाएं पूरे देश में लागू होती थीं…लेकिन जम्म-कश्मीर के मेरे भाई-बहन उनका लाभ उनको नहीं मिलता था। और अब देखिए, वक्त ने कैसे करवट बदली है। आज यहां श्रीनगर से आपके साथ ही पूरे भारत के लिए भी योजनाओं का आरंभ हुआ है। आज श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर ही नहीं, पूरे देश के लिए पर्यटन की नई पहल कर रहा है। इसलिए जम्मू-कश्मीर के अलावा देश के 50 से ज्यादा और शहरों से भी हमारे साथ लोग अभी जुड़े हुए हैं, देश भी आज श्रीनगर से जुड़ा हुआ है।

     प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि आज यहां से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 6 परियोजनाएं देश को समर्पित की गई हैं। इसके अलावा स्वदेश दर्शन स्कीम के अगले चरण का भी शुभारंभ हुआ है। इसके तहत भी जम्मू-कश्मीर समेत देश के अन्य स्थानों के लिए करीब 30 परियोजनाओं की शुरुआत की गई है। आज प्रसाद योजना के तहत 3 परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है, 14 और परियोजनाओं को भी लॉन्च किया गया है। पवित्र हजरतबल दरगाह में लोगों की सहूलियत के लिए जो विकास कार्य हो रहे थे, वो भी पूरे हो चुके हैं। सरकार ने 40 से ज्यादा ऐसी जगहों की पहचान भी की है, जिन्हें अगले 2 वर्षों में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा। आज ‘देखो अपना देश पीपल्स चॉइस’ अभियान भी लॉन्च किया गया है। इससे, ये एक बहुत बड़ा अनूठा अभियान है। देश के लोग ऑनलाइन जाकर के बताएंगे कि ये देखने जैसी जगह है, और उसमें जो टॉप पर आएंगे, उनके लिए सरकार पसंदीदा, लोगों की चॉइस वाला स्थान के रूप में, उसका पर्यटन स्थल के रूप में विकास करेगी। ये जनभागीदारी से निर्णय होगा।

‘चलो इंडिया’ अभियान शुरू

प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों का जिक्र करते हुए कहा कि आज से प्रवासी भारतीयों को, जो दुनिया में रहते हैं ना…क्योंकि मेरा उनसे आग्रह है कि आप डॉलर, पाउंड लाओ या ना लाओ लेकिन कम से कम पांच परिवार जो नॅान….भारतीय हैं, उनको हिन्दुस्तान देखने के लिए भेजो। और इसलिए आज प्रवासी भारतीयों को भारत आने के लिए प्रोत्साहित करना, उनके दोस्तों को प्रोत्साहित करना। और इसलिए ‘चलो इंडिया’ अभियान शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत ‘चलो इंडिया’ वेबसाइट के द्वारा दूसरे देशों में रहने वाले लोगों को भारत आने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इन योजनाओं और अभियानों का बहुत बड़ा लाभ जम्मू कश्मीर के आप लोगों को मिलना ही मिलना है। और, मैं तो आपको मालूम है, एक और मकसद ले कर काम कर रहा हूं। मैं, जो भी टूरिस्ट इंडिया के भी निकलते हैं ना…उनको कहता हूं, आप जाइए, लेकिन एक काम मेरा भी करिए, और मेरा क्या काम है? मैं उनको कहता हूं कि आप यात्रा का जो टोटल बजट होगा, उसमें से कम से कम 5-10% बजट, आप जहां जाते हैं, वहां से लोकल कोई न कोई चीजें खरीदें। ताकि वहां के लोगों को आय हो, उनका रोजगार बढ़े और तभी टूरिज्म बढ़ता है। सिर्फ आए, देखें, चले गए..नहीं चलेगा। आपको 5%, 10% कुछ खरीदना चाहिए, आज मैंने भी खरीदा। श्रीनगर आए, एक बढ़िया चीज देखी, मन कर गया, मैंने भी ले लिया। और इसिलए, मैं इसके साथ इकोनॉमी को बड़ा मजबूत बनाना चाहता हूं।

मिशन है- ‘वेड इन इंडिया’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक दूसरा मिशन आरंभ करने की घोषणा किया वह मिशन है – ‘वेड इन इंडिया’, शादी हिन्दुस्तान में करो। हिन्दुस्तान के बाहर जो शादी करने के लिए अनाब-शनाब रूपये, डॉलर खर्च करके लोग आते हैं…जी नहीं, ‘वेड इन इंडिया’, अब कश्मीर और जम्मू के लोग, हमारे श्रीनगर के लोग अब हमें ‘वेड इन इंडिया’ के लिए लोगों को शादी के लिए यहां आने का मन कर जाए और यहां आकर बुकिंग करें, यहां 3 दिन, 4 दिन बारात लेकर कर आएं, धूमधाम से खर्चा करें, यहां के लोगों को रोजी-रोटी मिलेगी।

दो एम्स की सुविधा

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि यहां के लोगों को एक नहीं बल्कि 2-2 एम्स की सुविधा मिलने जा रही है। AIIMS जम्मू का उद्घाटन हो चुका है, और AIIMS कश्मीर पर तेजी से काम चल रहा है। 7 नए मेडिकल कॉलेज, 2 बड़े कैंसर अस्पताल स्थापित किए गए हैं। IIT और IIM जैसे आधुनिक शिक्षा संस्थान भी बने हैं। जम्मू-कश्मीर में 2 वंदे भारत ट्रेनें भी चल रही हैं। श्रीनगर से संगलदान और संगलदान से बारामुला के लिए ट्रेन सेवा शुरू हो चुकी है। कनेक्टिविटी के विस्तार से जम्मू-कश्मीर में आर्थिक गतिविधियां तेज हुई हैं। जम्मू और श्रीनगर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के नए प्रोजेक्ट भी लाए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद और भ्रष्टाचार पर खुलकर हमला बोला

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि जम्मू-कश्मीर में परिवारवाद और भ्रष्ट्चार का एक बहुत बड़ी भुक्तभोगी रही है, हमारी J&K Bank. इस बैंक को तबाह करने में यहां की पहले की सरकारों ने कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। बैंक में अपने नाते-ऱिश्तेदारों और भाई-भतीजों को भरकर इन परिवारवादियों ने बैंक की कमर तोड़ दी थी। मिस-मैनेजमेंट की वजह से बैंक इतना घाटे में गया था कि आप सभी के हजारों करोड़ रुपए डूब जाने का खतरा था, कश्मीर के गरीब आदमी का पैसा था, मेहनतकस इंसान का पैसा था, आप मेरे भाई-बहनों को पैसा था वो डूबने जा रहा था। J&K Bank को बचाने के लिए हमारी सरकार ने एक के बाद एक रिफ़ार्म किए। बैंक को एक हजार करोड़ रुपए की मदद देना भी तय किया। J&K Bank में जो गलत तरीके से भर्तियां हुईं थीं, उनके खिलाफ भी हमने सख्त कार्रवाई की। आज भी एंटी-करप्शन ब्यूरो ऐसी हजारों भर्तियों की जांच कर रही है।

 प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बीते 5 साल में जम्मू-कश्मीर के हजारों नौजवानों को पूरी पारदर्शिता के साथ बैंक में नौकरी मिली है। सरकार के निरंतर प्रयासों से आज J&K Bank फिर से मजबूत हो गई है। इस बैंक का मुनाफा, जो डूबने वाली बैंक थी, ये मोदी की गारंटी देखिए, डूबने वाली बैंक थी, आज उसका मुनाफा 1700 करोड़ रुपए तक पहुंच रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ये आपका पैसा है, आपके हक का पैसा है, मोदी तो चौकीदार बनकर बैठा है। 5 साल पहले बैंक का बिजनेस सवा लाख करोड़ रुपए में सिमट गया था, सिर्फ सवा लाख करोड़। अब बैंक का बिजनेस सवा दो लाख करोड़ रुपए क्रॉस कर चुका है। 5 साल पहले बैंक में डिपॉजिट भी 80 हजार करोड़ रुपए से कम हो गए थे, यानि लगभग अब 2 गुना होने जा रहा है। अब बैंक में लोगों के डिपॉजिट भी सवा लाख करोड़ रुपए को पार कर गए हैं। 5 साल पहले बैंक का NPA 11 परसेंट को भी पार कर गया था। अब ये भी कम होते-होते-होते 5 परसेंट के नीचे आ गया है। पिछले 5 साल में J&K Bank के शेयरों की कीमत में भी करीब-करीब 12 गुना वृद्धि हुई है। बैंक के शेयर की जो कीमत 12 रुपए तक गिर गई थी, वो अब 140 रुपए के आसपास पहुंच गई है। जब ईमानदार सरकार होती है, नीयत जनता की भलाई होती है, तो हर मुश्किल से जनता को निकाला जा सकता है।

अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि  जम्मू-कश्मीर की भूमि आदि शंकराचार्य की तपोभूमि रही है। और कल महाशिवरात्रि है, मैं आपको भी और सभी देशवासियों को भी महाशिवरात्रि के पावन पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं। मैं फिर एक बार आज की इन परियोजनाओं के लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और फिर एक बार लाखों की तादाद में जम्मू-कश्मीर में आप लोगों के बीच आना, आपका प्यार, आपका आशीर्वाद लेना ये मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है।