आलोक चन्द्र मिश्र "अन्नत"
लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है 10 मार्च को शाम 5:30 बजे हो चुकी है अगर इस समय को ध्यान दें तो इस समय सिंह लग्न चल रहा है सिंह लग्न में एकादश भाव में राहु लाभ का योग दे रहा है एवं सिंह लग्न स्वयं स्थिर लग्न जोकि स्थिरता प्रदान करता है एवं इस समय केतु की दशा चल रही है जो पंचम भाव में स्थित है एवं सुख कारक है इनसे यह इंगित होता है की इन चुनावों का जो भी परिणाम होगा वाह न केवल सत्ता को स्थिरता देगा अपितु देश के सम्मान एवं गौरव की भी रक्षा करेगा परंतु यह देखना होगा कि सत्ता में आएगा कौन ?
इसके लिए हमें इस देश के कुछ महत्वपूर्ण लोगों की कुंडलियों का अध्ययन करना पड़ेगा इसमें सबसे पहली कुंडली अगर मैं देखता हूं तो वह वर्तमान कांग्रेस के अध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी की है जिनका जन्म मिथुन लग्न में हुआ है एवं वर्तमान में मंगल में बृहस्पति की दशा चल रही है जहां मंगल लग्न में बैठकर के सुख कारक है परंतु छठे एवं 11 में भाव का स्वामी है एवं बृहस्पति सातवें एवं दसवें भाव का स्वामी हो करके पंचम भाव में शत्रु की राशि में बैठा हुआ है इन ग्रहों का अध्ययन करने एवं कुंडली का विश्लेषण करने के बाद यह अनुभव में आता है की राहुल गांधी के लिए शीर्ष सत्ता अभी दूर है जहां तक बात कांग्रेस की है तो इस समय सत्ता के गलियारे में प्रियंका गांधी के आने की धमक सुनाई दे रही है ।
अतः उनकी कुंडली का भी विश्लेषण करना आवश्यक हो जाता है प्रियंका गांधी का जन्म मिथुन लग्न में हुआ है एवं इनकी वृश्चिक राशि है जहां छठे भाव में चंद्रमा नीच का बैठा हुआ है इनकी कुंडली में लग्नेश बुध लग्न एवं चौथे भाव का मालिक होकर योग कारक है सप्तम भाव में सूर्य एवं बृहस्पति के साथ बैठा हुआ है और लग्न को देख रहा है वर्तमान में इनकी कुंडली में शुक्र की दशा चल रही है जो पांचवी एवं 12 में भाव का स्वामी होकर नवम स्थान में बैठा है एवं सुख कारक है अतः इनके आने से कांग्रेस में कुछ स्थिरता आने के संकेत मिलते हैं परंतु वह भी कांग्रेस को शीर्ष की ओर नहीं ले जा रहे हैं अतः इन दोनों कुंडलियों का अध्ययन करने के बाद यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की कॉन्ग्रेस इन चुनावों में एक सशक्त विपक्ष के रूप में चुनाव लड़ेगी परंतु सत्ता से दूर रहेगी ।
अगर मैं वर्तमान सत्ता पक्ष शीर्ष नेतृत्व के रूप में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली देखता हूं तो उनका जन्म तुला लग्न में हुआ है एवं वर्तमान में चंद्रमा में बुध का अंतर चल रहा है जहां चंद्रमा दशम भाव का मालिक हो कर के द्वितीय स्थान में बैठा हुआ है एवं मंगल के साथ नीच भंग राजयोग बना रहा है वही बुध नवम एवं द्वादश भाव का मालिक हो करके द्वादश भाव में बैठा हुआ है एवं केतु द्वादश भाव में बैठ कर के ध्वज योग का निर्माण कर रहा है हमें यह भी ध्यान देना होगा की चंद्रमा की नवांश भाव में शुभ योग एवं चंद्रमा की ही दशा में 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने एवं पूर्ण बहुमत के साथ आए थे अभी चंद्रमा में बुद्ध उन्हें पुनः राज्य सत्ता की ओर ले जा रहे हैं ।
इन सब कुंडलियों का अध्ययन करने के बाद यह इंगित होता है की नरेंद्र मोदी की पुन: सत्ता में वापसी होगी एवं एक स्थिर सरकार देखने को मिलेगी। जहां तक सीटों के आकलन का प्रश्न है वह कुछ अन्य कुंडलियों के अध्ययन एवं कांग्रेस व भाजपा के कुंडलियों के अध्ययन के बाद यह संकेत मिलते हैं की एनडीए को लगभग 340 से 370 सीटें मिल सकती हैं।