राजनीति

कश्मीरः अमित शाह की दो-टूक बातें

गृहमंत्री अमित शाह ने बारामूला में 10 हजार से ज्यादा लोगों की सभा को संबोधित किया, यही अपने आप में ...

मज़बूत विपक्ष देश की सबसे बड़ी ज़रुरत

वैसे तो राजनीति शास्त्र के अनुसार लोकतांत्रिक व्यवस्था में सत्ता पर नकेल कसने के लिये विपक्ष का मज़बूत होना बहुत ...

कल तक जो ख़ुद ‘ग़ुलाम ‘ थे,आज़ाद हो गये

ग़ुलाम नबी आज़ाद का कांग्रेस को अलविदा कहना कोई अप्रत्याशित नहीं है। इसका आभास तो तभी होने लगा था ...

तेजस्वी यादव की नई आचार-संहिता

तेजस्वी यादव की नई पहल बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने दल के मंत्रियों के लिए एक नई आचार-संहिता जारी ...

ममता सरकार की दुर्दशा

प. बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार भयंकर दुर्गति को प्राप्त हो गई है। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता ...

कोश्यारी की गलती क्या है ?

  महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के एक बयान को लेकर महाराष्ट्र के नेता लोग कैसा धमाल मचा रहे हैं ...

हिरण पर क्यों लादें घास

दिल्ली। इसमें जरा भी शक नहीं है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में ...

क्या ऐसा जन विरोधी आदमी राष्ट्रपति बनने के लायक है ?

यशवंत सिन्हा की जन विरोधी करतूत जानिए वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रम राव की कलम से    के. विक्रम राव   राष्ट्रपति चुनाव (18 जुलाई ...

चिंतन शिविर या चिंता-शिविर?

उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन-शिविर आयोजित किया जा रहा है। सबसे आश्चर्य तो मुझे यह जानकर हुआ कि इस जमावड़े ...

वह करें तो तुष्टीकरण और यह करें तो सद्भाव ?

     भारतीय जनता पार्टी के लोग हमेशा ही पिछली ग़ैर भाजपाई सरकारों पर अल्पसंख्यकों ख़ासकर मुस्लिमों का तुष्टीकरण करने का ...