Author: अर्पण जैन "अविचल"
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अर्पण जैन ‘अविचल’ खबर हलचल न्यूज के संपादक है और पत्रकार होने के साथ साथ , शायर और स्तंभकार भी हैं| भारतीय पत्रकारीता पर शोध कर रहे हैं जैन ने ‘आंचलिक पत्रकारों पर एक पुस्तक भी लिखी हैं | अविचल ने अपने कविताओं के माध्यम से समाज में स्त्री की पीड़ा, परिवेश का साहस और व्यवस्थाओं के खिलाफ तंज़ को बखूबी उकेरा हैं और आलेखों में ज़्यादातर पत्रकारिता के आधार आंचलिक पत्रकारिता को ज़्यादा लिखा हैं |मध्यप्रदेश के धार जिले की कुक्षी तहसील में पले-बड़े और इंदौर को अपना कर्म क्षेत्र बनाया | बेचलर आफ इंजीनियरिंग (कंप्यूटर साइंस) से करने के बाद एमबीए और एम जे की डिग्री हासिल की | कई पत्रकार संगठनों के राष्ट्रीय स्तर की ज़िम्मेदारियों से नवाज़े जा चुके अर्पण जैन ‘अविचल’ भारत के २१ राज्यों में अपनी टीम का संचालन कर रहे हैं | भारत का पहला पत्रकारों के लिए बनाया गया सोशल नेटवर्क और पत्रकारिता का विकीपेडीया www.IndianReporters.com” भी जैन द्वारा ही संचालित किया जा रहा है|
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कब लौटेगी वासंती बहार भोजशाला में?
एक तरफ़ मौसम की अंगड़ाई है, एक तरफ़ वृक्षों में बहार का अवसर और ऐसे समय में जब ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2024/02/Raghav.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
राघव रंग में डूबा भारतीय गणतंत्र
अरुण की लालिमा फैलने लगी, दसों दिशाओं में भारत की गूंज उठने लगी, वैश्विक रूप से मज़बूत होता भारत ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2024/01/ViswaHindiDivas.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
विश्वभर में फ़ैल रहा हिन्दी का साम्राज्य
10 जनवरी-विश्व हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में विशेष आलेख : जीवन और जतन में, प्रेम और विरोध में, राग ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2023/09/BjpMp.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
भाजपा का मध्य प्रदेश विजय का संकल्प
अब शाह की शह पर मध्य प्रदेश भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हो गई। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2023/04/DelhiIndiaGate.gif?resize=150%2C150&ssl=1)
समृद्ध दिल्ली ठगस्तान न बनने पाए
निरा खोखली है राजनैतिक शुचिता की बातें राजनीति का धर्म हो चाहे धर्म की राजनीति, भ्रष्टाचार का अंत हो चाहे अंत ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2022/04/KamlaNath.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
‘कमलनाथ’ शरणम् गच्छामि
सत्ता और संघर्ष का चोली दामन का साथ है। इस समय जब देश के सबसे पुराने राजनैतिक दल को बीते ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2022/04/SahityikPatrakarita.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
नए दौर में नए तरीके से हो साहित्य पत्रकारिता
पुनर्जागरण और नवाचार को भीतर समाहित कर, आवाम के मनोभावों को शब्दों के धागे में पिरोकर, चेतना के ऊर्ध्वाधर आभामंडल ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2022/01/Republic.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
आवश्यक है ‘गणतंत्र’ की घर वापसी
पचहत्तर वर्षीय आज़ादी का यशस्वी गौरव, मरते-जीते योद्धा, क्रांति के नायकों का मेला, जश्न मनाते भारतीय और फिर इसके साथ ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2019/09/hindi.gif?resize=150%2C150&ssl=1)
हिन्दी आख़िर क्यों ?
संवाद की समरूपता में निहित है राष्ट्र की प्रगति भाषा किसी दो सजीव में संवाद स्थापित करने का माध्यम है। जीव-जन्तु, ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2021/03/123.gif?resize=150%2C150&ssl=1)