विविध

शीत लहरी में समस्या बनते ‘धुआं,धुंध और धूल’

     साधन संपन्न लोगों के लिये बेशक सर्दी का मौसम प्रकृति प्रदत्त एक अनमोल सौगात है। क्योंकि वे अपनी ...

इतनी नफ़रत इतना ज़हर ?

     हमारे भारतीय समाज में धार्मिक सद्भावना की जड़ें इतनी गहरी हैं कि दुनिया भारत के इस सद्भावना पूर्ण ...

   महुआ के बहाने बेनक़ाब हुए ‘ माननीय ‘

    भारतीय संसद को वैसे तो लोकतंत्र का मंदिर भी कहा जाता है। हमारे देश के जनप्रतिनिधि इसी संसद ...

पहाड़ों पर विकास यानी प्रकृति विनाश को न्यौता

    इस वर्ष ऐन दीपावली (12 नवंबर ) के दिन जब पूरा देश इस पावन पर्व के जश्न में डूबा ...

मुंबई – गोवा महामार्ग पर जानलेवा गड्ढों का साम्राज्य

     जब कभी स्थानीय मार्गों,महामार्गों या राज मार्गों पर गड्ढों की या उनके क्षतिग्रस्त होने की बात होती थी ...

विश्व बाज़ार में भारत की प्रतिनिधि ‘हिन्दी’

मानक बदल रहे हैं, इमारतों का क़द बढ़ रहा है, सीमाएँ विस्तारित हो रही हैं, आदमी चाँद पर जा रहा ...

चन्द्रयान ने भारत विरोधियों व विधर्मियों को दिखाया आईना

कांग्रेस राज में अंतरिक्ष वैज्ञानिको को भेजा जाता था जेल         आचार्य विष्णु हरि सरस्वती   चन्द्रयान तीन की सफलता के साथ ही ...

गौ-आधारित प्राकृतिक खेती—समय की मांग

राजकुमार चाहर        आत्मनिर्भर भारत हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का सपना है। आत्मनिर्भर तभी बन सकते हैं, जब हमारी कृषि, ...

मंगल और मंगली दोष

                  ज्योतिषाचार्य मीना पचौरी राय   मंगल कि उत्पत्ती कैसे हुई?        शास्त्रों में मंगल ग्रह कि उत्पत्ति शिव से मानी गई हैं. ...

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम में हिन्दू महासभा को प्रतिनिधित्व मिलना गौरव का विषय

- रविन्द्र कुमार द्विवेदी          विश्व का सबसे बड़ा ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम में अखिल भारत हिन्दू महासभा को प्रतिनिधित्व प्रदान ...