और संघ से विमुखता… – बदली हुई भाजपा

विचारधारा से भटकाव, और संघ से विमुखता… – बदली हुई भाजपा

कहावत है की “आधी छोड़, पूरी को धाए, न आधी मिले न पूरी पाए”. अर्थात हाथ में मौजूद आधी रोटी ...