आज़ाद

‘चीख़’ कि लब आज़ाद हैं तेरे

     वायु व जल प्रदूषण से पहुंचने वाले नुक़सान को लेकर जिस तरह हमारा भारतीय समाज अभी तक पूरी तरह ...

कल तक जो ख़ुद ‘ग़ुलाम ‘ थे,आज़ाद हो गये

ग़ुलाम नबी आज़ाद का कांग्रेस को अलविदा कहना कोई अप्रत्याशित नहीं है। इसका आभास तो तभी होने लगा था ...