राजनीति

मूर्खता का जवाब महामूर्खता से!
शब्दों की भी क्या माया है? द्रौपदी ने दुर्योधन को ‘अंधे का पुत्र अंधा’ क्या कहा, इस एक वाक्य ने ...
गांधी पर राहुल की महापंडिताई!
नेहरु राजवंश के युवराज राहुल गांधी अपने ही शब्द-जाल में फंस गए हैं। मार्च 2014 में देश को चुनाव का ...
अरुणाचलः अधूरा फैसला
अरुणाचल के बारे में जो फैसला सर्वोच्च न्यायालय ने दिया है, वह एतिहासिक है लेकिन मेरी राय में वह अधूरा ...
“गैरों पे करम, अपनों पे सितम… ऐ जाने वफा ये ज़ुल्म न कर”
गैरों पे करम और विचारधारा से भटकाव – भाजपा का नया अवतार हाल ही में जब उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं ...
सासू छोटी और बहू बड़ी ?
मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। 64 के 83 हो गए। अब इससे भी ज्यादा विस्तार हो सकता है, क्या? ...
भाषायी गुलामी से मुक्त होने की कोशिश करें
राष्ट्रपति और भाषायी गुलामी! हरियाणा के पांच गांवों को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गोद लिया है ताकि उन्हें ‘आदर्श ग्राम’ बनाया ...
जो सदस्य नहीं वो अध्यक्ष कैसे ?
जौनपुर, उप्र। यहां अखिल भारत हिन्दू महासभा के विभागीय मंत्री, उत्तर भारत की रीता राय के निर्देशानुसार जौनपुर जिलाध्यक्ष आशीष ...
मोदी ने बिखेरे-मोती
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने बिल्कुल ठीक कहा कि सिर्फ नारेबाजी से काम नहीं ...
क्या यही है ‘सबका साथ-सबका विकास’ की परिभाषा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की जनता के मध्य बार-बार दिया जाने वाला नारा-‘सबका साथ सबका विकास’ निश्चित रूप ...