विधानसभा चुनाव

न विचार न सिद्धांत: केवल सत्ता महान?

                        हमारे देश में नेताओं द्वारा सत्ता की लालच में अथवा अपने निजी राजनैतिक लाभ हेतु दल-बदल किए जाने का ...

अरुणाचलः अधूरा फैसला

अरुणाचल के बारे में जो फैसला सर्वोच्च न्यायालय ने दिया है, वह एतिहासिक है लेकिन मेरी राय में वह अधूरा ...

चुनावबाजी से चैन कैसे मिले ?

लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव साथ-साथ करवाने के फायदे अनगिनत हैं लेकिन बिल्ली के गले में घंटी बांधे कौन? विधि ...

झूठी प्रशंसा का ढिंढोरा पीटने के यह माहिर रणनीतिकार

                 केंद्र में सत्तारूढ़ नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष पूरे ...

ममताः पीएम पद की नई दावेदार!

प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहती हैं कि मुझे वीआईपी मत कहो। एलआईपी कहो। याने ‘लेस इंपॉर्टेंट परसन’। अर्थात ...

चुनाव के अंदाज़ी घोड़े

पांच राज्यों के चुनाव तो हो गए। उनमें मतदान भी जमकर हुआ। अब अंदाजी घोड़े दौड़ने शुरु हो गए। कौन ...

मायावती की जीत क्या सामाजिक न्याय की हार होगी?

मनुवादी एमके गांधी द्वारा आमरण अनशन को हथियार बनाकर बाबा साहब को कम्यूनल अवार्ड को त्यागने को मजबूर किया गया। ...

असम में बदरुद्दीन के सपनों में लगने लगा है विराम

वोटों के लालच में सोनिया कांग्रेस भी बांग्लादेशी मुसलमानों को असम में आने की परोक्ष रूप से सुविधा प्रदान करती ...

बंगाल में सत्ता परिवर्तन के लिये “युद्ध क्षेत्र” होना चाहिये

साल की पत्तियों को जमा करते हैं । पांच पत्तियों को जोडकर प्लेट थाली जितना बड़ा बनाते हैं । फिर ...

मोदी का टूटता तिलिस्म

  धर्म की भूमि पर कर्म के द्वारा व्यक्ति का अपना एक आभा मण्डल होता ह,ै इसी से लोग उसके अनुयायी ...