दलों के बोल

मोदी क्यों हुए इतने भावुक?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने भावुक क्यों हो गए? ऐसी भावुकता हमने 1962 में भी नहीं देखी, जब जवाहरलाल नेहरु ...
राहुलजी बिल्कुल ठीक कह रहे!
कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि यह समय लोकतंत्र के ...
तिजोरियों में जमा कालेधन को उजागर करने का मोदी का नया फंडा
500-1000 के नोट का चलन बंद विशेष: वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में देश के दूसरे बड़े राजनैतिक दल 'भारतीय जनता ...
भोपाल की मुठभेड़: खोखले तर्कों के तीर
भोपाल की जेल से भागनेवाले आतंकियों को मारकर मप्र की पुलिस ने अनुकरणीय काम किया है। उसने ...
मुठभेड़ फर्जी या तर्क फर्जी ?
भोपाल की मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों को लेकर राष्ट्रीय बहस छिड़ गई है। एक-दो प्रमुख राजनीतिक दलों के सिवाय ...
जनता के पैसे पर सत्ता की रईसी
13 लाख 77 हजार करोड़। ये जनता के टैक्स देने वालों का रुपया है। केन्द्र सरकार इसका 40 फिसदी हिस्सा ...
पैसों पर ईमान बेच डाला!
फिल्म-निर्माताओं को ब्लेकमेल करने और उनसे जबरन वसूली का बहुत घटिया उदाहरण हमारे सामने आया है। करण जौहर की फिल्म, ...
शायद पार्टी ही कन्फ्यूज है राहुल के भविष्य पर
जिसने कभी खुद मंडी में जाकर या ठेले वाले भय्या से आलू नहीं खरीदा हो ,वो भला ...
सेना को दलों के ‘दलदल से दूर रखना ही उचित
देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में इन दिनों चुनावी हलचल क्या चल रही है गोया सत्ता के ...