Author: पुण्य प्रसून बाजपेयी
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पुण्य प्रसून बाजपेयी के पास प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में 20 साल से ज़्यादा का अनुभव है। प्रसून देश के इकलौते ऐसे पत्रकार हैं, जिन्हें टीवी पत्रकारिता में बेहतरीन कार्य के लिए वर्ष 2005 का ‘इंडियन एक्सप्रेस गोयनका अवार्ड फ़ॉर एक्सिलेंस’ और प्रिंट मीडिया में बेहतरीन रिपोर्ट के लिए 2007 का रामनाथ गोयनका अवॉर्ड मिला।
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कश्मीर में गिलानी-यासिन से बाद की पीढ़ी का आतंक
श्रीनगर से 3 से 6 घंटे की दूरी पर कूपवाडा का केरन, तंगधार,नौ गाम और मच्चछल ऐसे क्षेत्र है जहा ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/02/kejri.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
फर्जी पढ़ाई को रोकें तो बात हो !
तो प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री फर्जी नहीं है इस पर दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी मुहर लगा दी । लेकिन फर्जी ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/modi-foreign-pic.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
मोदी के दो बरस होने से पहले ही संघर्ष की मुनादी के मायने
मोदी सरकार के दो बरस पूरे होने से ऐन पहले ही राजनीतिक संघर्ष की मुनादी सड़क पर खुले तौर पर ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/Sonia-Agustawestland.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
भ्रष्टाचार के गर्त में डूबे देश में “हेलीकाप्टर” की क्या औकात ?
462 बिलियन डालर, आजादी के बाद से साठ बरस के ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/05/aarakshan.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
तो ये है देश का इकनॉमिक मॉडल
गुजरात में पाटीदारों ने आरक्षण के लिए जो हंगामा मचाया- जो तबाही मचायी । राज्य में सौ करोड़ से ज्यादा ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/pani.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है
पानी के संकट को नहीं इसके धंधे को समझे तो पानी का संकट भारत के लिये खतरे की घंटी है। क्योंकि ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/modi-and-mamta.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
बंगाल में सत्ता परिवर्तन के लिये “युद्ध क्षेत्र” होना चाहिये
साल की पत्तियों को जमा करते हैं । पांच पत्तियों को जोडकर प्लेट थाली जितना बड़ा बनाते हैं । फिर ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/mamta-smiling.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
कोलकत्ता एक ऐसा शहर……….
हुगली नदी किनारे तीस मील की लंबाई में बसा हुआ महानगर कोलकत्ता। खौफ, दशहत अंधेरे और उत्तेजना का शहर । ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/04/corruption.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
जेएनयू, पीएमओ,मीडिया और विपक्ष नहीं चाहता भ्रष्टाचार देश में मुद्दा बने
आज जब सत्ता का राष्ट्रवाद, जेएनयू के राष्ट्रविरोधी नारे और मीडिया की सही भूमिका के बीच यह सवाल बड़ा होते ...![](http://www.bharatvarta.in/wp-content/themes/bv/img/no-image.png)