कल तक

कल तक जो ख़ुद ‘ग़ुलाम ‘ थे,आज़ाद हो गये

ग़ुलाम नबी आज़ाद का कांग्रेस को अलविदा कहना कोई अप्रत्याशित नहीं है। इसका आभास तो तभी होने लगा था ...