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जेहाद और जिन्दगी को पिरोती विश्वरुप
सिल्वर स्क्रिन पर कथक करते कमल हासन.... और सिल्वर स्क्रिन पर ही बारुद में समाया आंतक । यही दो दृश्य ...
उत्तर हर बार औरत को ही क्यों देना पड़ता है?
दिल्ली में पिछले दिनों चलती बस में कुछ लोगों ने तेईस साल की एक लड़की से बलात्कार किया । केवल ...
जम्मू कश्मीर के एकीकरण में प्रजा परिषद की भूमिका
कश्मीर समस्या के कारण को ठीक परिप्रेक्ष्य में पकड़ पाने के लिये भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन की कुछ प्रवृत्तियों को समझ ...
दश गुरू परम्परा का सर्वपक्षीय मूल्यांकन आवश्यक है
मध्यकालीन भारतीय दश गुरु परम्परा भारतीय इतिहास की थाती है ।भारतीय इतिहास,संस्कृति और आध्यात्मिकता में उनका योगदान अतुलनीय है । ...
जो ज़िंदगी के लिए मौत को चुनते हैं…
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों के लिये अजमल कसाब सिर्फ एक ऐसा नाम है जो फिदायीन बनकर भी मौत को गले ...
औद्योगिक घरानों की लड़ाई में मीडिया की ढ़ाल
देश के दो औद्योगिक घरानों जी लिमटिड़ उद्योग और जिन्दल उद्योग में जंग छिड़ी है । जी ग्रुप के दो ...
जहाँ चप्पे चप्पे में सो रहा है इतिहास, वहाँ की नमन यात्रा
भारत ितब्बत सहयोग मंच ने इस वर्ष से तवांग यात्रा की शुरुआत की है । तवांग अरुणाचल प्रदेश का अंतिम ...
बिना हारे, स्त्री जीत नहीं सकती!
यह अवस्था अर्थात् तृप्ति या ऑर्गेज्म तो स्त्री की पुरुष के समक्ष हार या समर्पण का स्वाभाविक प्रतिफल होता है, ...
धारा 498-ए अप्राकृतिक व अन्यायपूर्ण!
"केवल एफआईआर में नाम लिखवा देने मात्र के आधार पर ही पति-पक्ष के लोगों के विरुद्ध धारा-498ए के तहत मुकदमा ...