देश की समस्या

शीत लहरी में समस्या बनते ‘धुआं,धुंध और धूल’
साधन संपन्न लोगों के लिये बेशक सर्दी का मौसम प्रकृति प्रदत्त एक अनमोल सौगात है। क्योंकि वे अपनी ...
मरती संवेदनायें – दम तोड़ते रिश्ते
बात 1998 की है। चंडीगढ़ में पी जी आई के मुख्य द्वार के बाहर एक अति वृद्ध बुज़ुर्ग फ़ुटपाथ ...
खेल में सिर्फ़ जीत ही नहीं होती
विश्व कप क्रिकेट का फ़ाइनल मैच पिछले दिनों अहमदाबाद में भारत व ऑस्ट्रेलिया के मध्य खेला गया। इसमें ऑस्ट्रेलिया ...
आवारा पशुओं का बढ़ता आतंक : जनता त्रस्त-सरकारें मौन
हमारे देश का सत्ता नेतृत्व देश के आमजन की सुरक्षा की चाहे जितनी बातें करे ,अपनी तुलना स्वयंभू रूप ...
मिलावटख़ोरी देश के लिये कलंक
वैसे तो जब भी भारत में मनाये जाने वाले प्रमुख त्यौहार क़रीब आते हैं उस समय खाद्य सामग्री ...
इस्राईल-हमास युद्ध और भारत में ‘युद्धोन्माद’
7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमास के दुर्भाग्यपूर्ण हमले के बाद इज़राईली सेना द्वारा बदले की ...
विश्व बाज़ार में भारत की प्रतिनिधि ‘हिन्दी’
मानक बदल रहे हैं, इमारतों का क़द बढ़ रहा है, सीमाएँ विस्तारित हो रही हैं, आदमी चाँद पर जा रहा ...
लिखते तो वे लोग हैं जिनके अंदर कुछ दर्द है…….
शोषित,वंचित व पीड़ित वर्ग की आवाज़ बुलंद करना लेखन का प्रथम दायित्व क़लम के सिपाही के नाम से प्रसिद्ध तथा ...
पहले गोली मारी, फिर गर्दन काटी, पत्थर से भी कुचला
मुस्लिम आबादी की तालिबानी हिंसा /फिर तो भारत बनेगा मुस्लिम देश आचार्य विष्णु हरि सरस्वती की कलम से अभिषेक राजपूत को ...