Author: मनोज ज्वाला
![मनोज ज्वाला](http://www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/userphoto/51.thumbnail.jpg)
वर्ष १९८७ से पत्रकारिता व साहित्य में सक्रिय, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं से सम्बद्ध । समाचार-विश्लेषण, हास्य-व्यंग्य, कविता-कहानी, एकांकी-नाटक, उपन्यास-धारावाहिक, समीक्षा-समालोचना, सम्पादन-निर्देशन आदि विविध विधाओं में सक्रिय, अखिल भारतीय साहित्य परिषद और भारत-तिब्बत सहयोग मंच की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ।
![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/07/black-money.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
विष-वृक्ष की जडों के पोषण और पत्तों के डिजिटलाइजेशन की त्रासदी
भारत में ‘काला धन’ और ‘काली कमाई’ वस्तुतः दुनिया भर से सारे धन बटोर लेने-हडप लेने को आतुर युरोपीय उपनिवेशवाद ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2017/01/congress-image.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
कांग्रेस के ऐतिहासिक सत्य का अनैतिक तथ्य
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना एक अंग्रेज के हाथों किया जाना एक बहुत बडा ऐतिहासिक सत्य है , किन्तु ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2017/01/black-heart.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
काले धन के जड-मूल ; पाश्चात्य-पद्धति के स्कूल
काले धन का निर्माण वस्तुतः व्यक्ति के काले-कलुषित मन के कारण होता है । अत्यधिक भोग , संग्रह , ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/11/Nehru-advina-laughing.png?resize=150%2C150&ssl=1)
नेहरु की ब्रिटेन-परस्त अंग्रेज-भक्ति और सत्ता-हस्तान्तरण बनाम आजादी
१४ अगस्त १९४७ की आधी रात को ब्रिटेन की महारानी के परनाती ने जब ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/11/angrej.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
साम्राज्यवादी औपनिवेशिक षड्यंत्र और नस्ल-विज्ञान का प्रपंच
यूरोपीय औद्योगिक क्रांति की कोख से उत्त्पन्न औपनिवेशिक साम्राज्यवाद ने अपनी जडें जमाने के लिए एक से ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/11/max-muler.png?resize=150%2C150&ssl=1)
मैकाले-मैक्समूलर के सामने रावण-महिषासुर भी बौने
भारत पर अपना औपनिवेशिक प्रभुत्व स्थापित कर लेने के बाद ब्रिटिश हूक्मरानों-चिंतकों व यूरोपियन दार्शनिकों ने भारत को नजदीक से ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/10/angrej-rule.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)
ब्रिटिश कूटनीति और भारत की नियति
अंग्रेजों ने भारत पर अपना औपनिवेशिक ...![](https://i0.wp.com/www.bharatvarta.in/wp-content/uploads/2016/10/ravan-dahan.jpg?resize=150%2C150&ssl=1)