चुनाव विश्लेषण

चुनाव के अंदाज़ी घोड़े

पांच राज्यों के चुनाव तो हो गए। उनमें मतदान भी जमकर हुआ। अब अंदाजी घोड़े दौड़ने शुरु हो गए। कौन ...

मोदी के दो बरस होने से पहले ही संघर्ष की मुनादी के मायने

मोदी सरकार के दो बरस पूरे होने से ऐन पहले ही राजनीतिक संघर्ष की मुनादी सड़क पर खुले तौर पर ...

यथार्थ के आईने में कांग्रेस व संघ मुक्त भारत ?

                2014 में हुए लोकसभा के आम चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उनके सिपहसालारों द्वारा पूरे देश में घूम-घूम ...

असम में बदरुद्दीन के सपनों में लगने लगा है विराम

वोटों के लालच में सोनिया कांग्रेस भी बांग्लादेशी मुसलमानों को असम में आने की परोक्ष रूप से सुविधा प्रदान करती ...

मोदी का टूटता तिलिस्म

  धर्म की भूमि पर कर्म के द्वारा व्यक्ति का अपना एक आभा मण्डल होता ह,ै इसी से लोग उसके अनुयायी ...

लद्दाख ने दिखाई जम्मू कश्मीर में नई राह

लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद के लिये पाँच साल बाद सत्रह अक्तूबर को चुनाव हुये थे । परिषद की कुल ...

दिल्ली की पराजय से आगे भाजपा की प्रगति यात्रा

पिछले दिनों दिल्ली विधान सभा के लिये हुये चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की पराजय हुई है । विधान सभा ...

दिल्ली, जहां इतिहास झांकता है इतिहास रचने के लिये

कहते है दिल्ली में सांप की आंख सा आकर्षण है। जो आता है बस इसी का होकर रह जाता है। ...

जम्मू कश्मीर के चुनावों में हुये भारी मतदान का अर्थ और भाजपा की दस्तक-

जब पाठकों के पास यह अंक जायेगा तब तक जम्मू कश्मीर विधान सभा के सभी परिणाम घोषित किये जा चुके ...

जिस कश्मीर को खून से सींचा वह कश्मीर किसका होगा?

जिस कश्मीर को खून से सींचा वह कश्मीर हमारा है। तो बैनर और पोस्टर से जगमगाता कश्मीर का यह आसमान ...